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पैन कार्ड ठीक करवाएं या पैन कार्ड में कोई भी बदलाव करवाएं PAN Card correction

अगर आपके पैन कार्ड में आपका नाम या आपकी जन्म तिथि गलत है तो आपको नया पैन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं है आप इसी पैन कार्ड को ठीक करवा सकते हैं ध्यान रहे अगर आपके पैन कार्ड में आपका नाम या आपकी जन्मतिथि या दोनों ही गलत है तो आपको अपना पैन कार्ड ठीक करवाना जरूरी है  आप नया पैन कार्ड नहीं बनवा सकते क्योंकि एक से अधिक पैन कार्ड रखने पर ₹10000 तक जुर्माना और 6 महीने की जेल हो सकती है इसलिए आपका पैन कार्ड में अगर आपकी जन्मतिथि या आपका नाम या दोनों ही गलत है तो आप अपना पैन कार्ड ठीक करवाने के लिए हमें व्हाट्सएप या ईमेल पर संपर्क अगर आपके पैन कार्ड में पिता का नाम गलत है तो अपने पैन कार्ड में पिता का नाम ठीक करवा सकते  अगर आपके पैन कार्ड में जन्म तिथि या आपका नाम या दोनों ही ग़लत है तो आप केवल आधार कार्ड से हमें तीन ओटीपी देकर अपना नाम या जन्मतिथि या दोनों ठीक करवा सकते हैं घर बैठे बिना किसी डॉक्यूमेंट के आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है फीस केवल ₹200 है जो आप हमें गूगल पे या फोन पे या पेटीएम के माध्यम से हमें भेज सकते हैं  फीस आपको हमें पहले भेजनी पड़ेगी तभी आपका पैन कार्ड ठीक ...

नया पैन कार्ड बनवाएं मात्र 1 घंटे में घर बैठे NEW PAN CARD IN 1 HOUR

 नया पैन कार्ड बनवाएं मात्र 1 घंटे में घर बैठे , जी हां आपने सही पढ़ा अब आप नया पैन कार्ड केवल 1 घंटे में बनवाकर पीडीएफ फाइल हमसे अपने व्हाट्सएप या ईमेल पर प्राप्त कर सकते हैं मात्र 1 घंटे में जी हाँ अब घर बैठे बनवाएं पैन कार्ड कही जाने की जरुरत नहीं , इसके लिए आपके पास केवल आधार कार्ड होना चाहिए और आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और आपके आधार कार्ड में फोन नंबर जुड़ा हुआ होना चाहिए आप हमें आधार कार्ड व्हाट्सएप कर दें और वेरिफिकेशन के लिए तीन ओटीपी आपका फोन पर आएगी जो आपको बतानी होगी और 1 घंटे के अंदर पैन कार्ड बनाकर आपको व्हाट्सएप या ईमेल पर भेज दिया जाएगा और 7 दिन के अंदर आपका पैन कार्ड आपके घर भी आ जाएगा अधिक जानकारी के लिए व्हाट्सएप या ईमेल के माध्यम से आप हमसे संपर्क कर सकते हैं  यह सेवा पूरे भारत के लिए है आप भारत में कहीं भी रहते हैं तो आप हमसे अपना पैन कार्ड बनवा सकते हैं अगर आपकी उम्र 18 साल से अधिक है और आपने पहले कभी भी पैन कार्ड न बनवाया हो क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अनुसार एक से अधिक पैन कार्ड रखने पर आपको 6 महीने की जेल या ₹10000 जुर्माना भी हो सकता ह...

टीडीएस क्या है ? WHAT IS TDS ?

  टीडीएस क्या है ? टीडीएस का मतलब है टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स ,यानि आपके आय के साधन पर की गई टैक्स कटौती , यह टैक्स आपके वेतन ,आपके ब्याज ,आपकी कमीशन या आपके बिजनेस की इनकम या आपकी बिजनेस पार्टनर इनकम पर लगाया गया टैक्स होता है जो सरकार को जमा करवाया जाता है यानि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास पहुंच जाता है |  टीडीएस के उदाहरण  जैसे बैंकआपके पैसे पर ब्याज देता है तो उस ब्याज के ऊपर जो टैक्स कटता है उसको टीडीएस बोलते हैं ,या आपकी सैलरी जो आपको मिलती है सरकारी विभाग या किसी प्राइवेट कंपनी से उस पर आपकी कंपनी आपकी सैलरी पर जो टैक्स काटती है और वह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को जमा करवाती है इसी काटे गए टैक्स को टीडीएस बोलते हैं | अगर आप किसी कंपनी में गाड़ी चला रहे हैं या किसी कंपनी के साथ बिजनेस पार्टनर बन के जैसे ओला ,उबर कंपनी में गाड़ी चला रहे हैं या किसी और कंपनी में पार्टनर के तौर पर गाड़ी चला रहे हैं या आप जोमैटो में या किसी और कंपनी में कोई डिलीवरी का काम कर रहे हैं या किसी प्राइवेट फार्म के साथ कोई पार्टनरशिप में काम कर रहे हैं तो वह आपको जो कमीशन देते हैं उस पर जो टैक्स क...

क्या है आईटीआर यानी इनकम टैक्स रिटर्न ? What is income tax return - itr

 इनकम टैक्स रिटर्न या आईटीआर एक तरह का इनकम टैक्स डिपार्टमेंट यानि आयकर विभाग का फॉर्म है जिसमें आपकी आय की सभी जानकारी भरी होती है जिसको भरने के बहुत सारे फायदे हैं , आईटीआर फाइल करने की एक निश्चित डेट तय होती है, लेकिन विशेष परिस्थितियों में सरकार इनकम टैक्स भरने की तारीख आगे भी बढ़ा सकती है | वैसे तो यह फॉर्म भरना कुछ लोगों के लिए बहुत जरूरी है लेकिन सभी के लिए जरूरी नहीं है जिन लोगों के लिए यह फॉर्म भरना जरूरी है अगर वह यह फार्म न भरें तो बहुत बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है उनके ऊपर सरकार द्वारा भारी जुर्माना लगाया जा सकता है या उनकी संपत्ति भी जब्त की जा सकती है ,आईये विस्तार से जानते हैं की आखिर इनकम टैक्स रिटर्न है क्या ? जिसको हम आईटीआर भी बोलते हैं :  क्या है आईटीआर यानी इनकम टैक्स रिटर्न ? : यह एक टैक्स का फॉर्म है जिसको टैक्स देने वाले लोग आयकर विभाग को अपनी इनकम और संपत्ति की जानकारी देने के लिए भरते है । इसमें टैक्स देने वाले लोगों के पर्सनल और फाइनेंशियल डाटा से संबंधित जानकारी होती है।  सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति की वार्षिक आय की एक सीमा बना रखी है जो...