टीडीएस क्या है ? टीडीएस का मतलब है टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स ,यानि आपके आय के साधन पर की गई टैक्स कटौती , यह टैक्स आपके वेतन ,आपके ब्याज ,आपकी कमीशन या आपके बिजनेस की इनकम या आपकी बिजनेस पार्टनर इनकम पर लगाया गया टैक्स होता है जो सरकार को जमा करवाया जाता है यानि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास पहुंच जाता है |
टीडीएस के उदाहरण
जैसे बैंकआपके पैसे पर ब्याज देता है तो उस ब्याज के ऊपर जो टैक्स कटता है उसको टीडीएस बोलते हैं ,या आपकी सैलरी जो आपको मिलती है सरकारी विभाग या किसी प्राइवेट कंपनी से उस पर आपकी कंपनी आपकी सैलरी पर जो टैक्स काटती है और वह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को जमा करवाती है इसी काटे गए टैक्स को टीडीएस बोलते हैं |
अगर आप किसी कंपनी में गाड़ी चला रहे हैं या किसी कंपनी के साथ बिजनेस पार्टनर बन के जैसे ओला ,उबर कंपनी में गाड़ी चला रहे हैं या किसी और कंपनी में पार्टनर के तौर पर गाड़ी चला रहे हैं या आप जोमैटो में या किसी और कंपनी में कोई डिलीवरी का काम कर रहे हैं या किसी प्राइवेट फार्म के साथ कोई पार्टनरशिप में काम कर रहे हैं तो वह आपको जो कमीशन देते हैं उस पर जो टैक्स कटता है वह टैक्स इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जमा करवाते हैं उसी को टीडीएस बोलते हैं |
अगर आपकी बैंक में फिक्स डिपाजिट यानि एफ डी है या सेविंग खाते में ज्यादा पैसे है या आपको किसी भी पोस्ट ऑफिस या किसी अन्य तरीके से ब्याज मिल रहा है तो उस पर जो टैक्स काटा जाता है उसे टीडीएस बोलते हैं |
अगर आपने 50 लाख से अधिक की प्रॉपर्टी खरीदी और आपको टैक्स जमा करवाना पड़ा तो वो भी टीडीएस माना जाता है